गर पहले ही सोचते गुनाह़ के बारे में , तो साहब कुछ गुनाह़ न होता मगर जिंदगी में गुनाह़ न करते तो भी तो इक गुनाह़ होता #जिंदगी_एक_फ़लसफा #काटा #नहीं #जिये_जा_रहे_हैं #aksh