ना जाने कितना कुछ लिखा था, चाहतों का आसियान ही भरा था। वक्त वक्त कर कर के , हर के खवाईशो को दिल में रखा था, हा दिल की डायरी में , अपना जज़्बात छिपाए रखा था। वक्त वक्त के इंतजार में, सारी ख्वाइसे ही कही दब सी गई, ओर होंटो पे एक प्यारी सी मुस्कान चढ़ गई।। #दिलकीडायरी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #ankitaguptamusings #ankitaguptafealling