गुरु गुरु शब्द बड़ा ही पवित्र हैं , नाता जिसका जुड़ा हैं शिष्य से। दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं , शिक्षा दोनों के बिन अधूरी हैं। गुरु ही हमें जीवन पथ पर चलना सिखलाते हैं। जिंदगी भर साथ नहीं रहते हमारे , लेकिन हमें उस काबिल हैं , बनाते कि हर दाँव बखूबी खेले। पत्थर से हीरा हैं बनाते क्योंकि वो हमें खूब अच्छे से हैं जानते। इनके हम कुछ होते नहीं लेकिन , अपनों सा प्यार यह करते हैं हमें। ग़लती करे तो पापा के तरह उँगली पकङ सिखलाते हैं। और माँ की तरह ममता हैं बरसाते। और इनका नाम रोशन करे तो फुले नहीं समाते हैं। माँ पापा के तरह ही हमारी पीठ हैं थपथपाते , खून के रिश्ते नहीं होते हमारे इनसे तो क्या , मगर दिल से दिल का रिश्ता खूब हैं निभाते। बिना कोई स्वार्थ के हमें इस लायक हैं बनाते। चरणस्पर्श करे हम इनके तो , मुस्कुरा के देते हमे एक ही दुआ। ख़ुश रहना मेरे बच्चों , सफलता चूमे तुम्हें और नाम रोशन करो। नतमस्तक हैं हम उस गुरु के जिन्होंने इस लायक हमें हैं बनाया। ©Nehal Chandak ❣️ गुरु #lekhani #nojoto #nojoto_family #nojoto_world #nojoto_writes #nojoto_writer