पता नही अब हम कब मिलेंगे तुम्हारा हाथों में हाथ लिए अलविदा कहना हम नहीं भूलेंगे मैंने छोड़ दिया किस्मत की लकीरों पर अगर मिले हमारे रास्ते कहीं मोड़ पर दोबारा तब ये दिल जुड़ेंगे चांद को देखते हैं फिर तेरी तस्वीर का दीदार करते हैं तुम ईद का चांद हुए भी तो क्या हम चांद को देखकर तुम्हे याद करते हैं रात रात भर सोई नहीं मैं दो पल वाली तेरी यादों का सहारा ले लेते हैं .. जिसने मुझ अजनबी का खयाल रखकर इख्तियार किया उनकी खास अदाओं पर हम एतबार करते हैं मुझे इंतजार है उस सुबह का जब हम मिलेंगे तकदीर मिला देगा जब हम मंजिल पा लेंगे एक नजर में तुम्हें अपना बना लेंगे उस वक्त तुम्हे जान समझ लेंगे पता नही अब हम कब मिलेंगे ..... ©NISHA DHURVEY #MoonShayari #Kab #milenge #kabmilenge #कब #मिलेंगे #कबमिलेंगे