सिर्फ इतनी बात पर , सदके हुआ जाता है दिल । जिससे मिल जाती हैं नजरें उससे मिल जाता है दिल।। इश्क की दरिया में देखो, अब बहा जाता है दिल । तैरती जाती है नजरें , डूबता जाता है दिल ।। इश्क की माशूक़ पर , जब भी पड़ती है नजर। आंखें करती हैं खता , जख्मी हुआ जाता है दिल ।। नूर पर तेरी मुझे, मजबूर हो कहना पड़ा । अब तो आ जाओ मेरे , टुकड़े हुआ जाता है दिल ।। इश्क की गलियों में हम, आगे को बढ़ते ही गए । ढूंढा तुम्हें पाया न गर, तो पागल हो जाता है दिल।। आए जो तुम तो हुआ क्या, दुनिया से नफरत हो गई। तुम गए तो देखना फिर , घायल हो जाता है दिल ।। इश्क से मिलकर कहूं तो , मैंने पाया है जहां। इश्क जो रूठा तो , सीने से निकल ता है दिल।। मिली तुमसे नजरें तो , जन्नत की खुशियां देख गई । तुमने जो पलकों को ढंका, तो अंधा हो जाता है दिल।। तुमने जो मिलने को कहा, गुलशन मेरे खिलने लगे। तेरी एक मुस्कान पर , हंसता ही जाता है दिल ।। तू गर चलने की सोचें तो, फिजाओं में है गम छाता । मिल करके तू गया तो फिर , रोता ही जाता है दिल ।। सिर्फ इतनी बात पर , सदके हुआ जाता है दिल। जिससे मिल जाती हैं नजरें, उससे मिल जाता है दिल।। ★©हरिशंकर शुक्ल 'हरि'★ #सदके हुआ जाता है दिल# रोहित तिवारी । Me Suman Zaniyan pooja negi# akash badetia Lucifer..👑