जब पास थे हम तुम्हारे, वक़्त का कुछ इशारा था, जो यूँ ही अनसुना रह गया। अब वो वक़्त याद आता है, तो ज़हन में सवालातों के पहरे लग जाते हैं। कुछ रास्ते, कुछ सड़कें, कुछ मोड़ हमारे ज़ेहन में महफ़ूज़ हो जाते हैं। #सूनीसड़क #collab #yqdidi ... YQ Sahitya पर पढ़ें हिंदी साहित्य की बेहतरीन रचनाएँ। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi .