lyrics.....khwabo me.... ख्वाबों में तू है मंजिल भी तू है तू ही है मेरी जिंदगी भी तू है तेरे बगैर मैं रहूं भी तो कैसे रहूं क्योंकि तू ही है मेरी धड़कन भी तू है ख्वाबों में तू है मंजिल भी तू है तू ही है मेरी जिंदगी भी तू है ....(1) तू ही है मेरा खुदा-ए-वक्त तू ही है मेरा रूह-ए-रक्त अब तू ही बता तुझसे केसे जुदा रहूं मैं ख्वाबों में तू है मंजिल भी तू है तू ही है मेरी जिंदगी भी तू है तेरे बगैर मैं रहूं भी तो कैसे रहूं क्योंकि तू ही है मेरी धड़कन भी तू है..... तेरे बगैर रहना मुमकिन नहीं है तुझसे जुदा जीना मंजूर नहीं है क्योंकि तू ही मेरा संसार-घर है ख्वाबों में तू है मंजिल भी तू है तू ही है मेरी जिंदगी भी तू है ..... तेरी बेवफाई को कैसे सहूंगा मैं तेरे बगैर ना रह पाऊंगा मैं क्योंकि हर जगह जहां में बस तू ही तू दिखें ख्वाबों में तू है मंजिल भी तू है तू ही है मेरी जिंदगी भी तू है ..... rpeat para(1)... Mamraj rewar lyrics ...khwabo me tu h....