ਬੇਟੀ काफी मेहनत लगी तराशने में तुम्हे, पल पल मैंने तुम्हे संभाला था, आज गिर रही हूं पकड़ लो हाथ मेरा, बेटा तुमसे ही हमेशा सहारा था, जिसको पराया बना भेज दिया घर से अपने, पूछती है हाल रो–रो कर अब मेरा वो, जो त्याग कर चली गाय अपने ही घर को, उससे बड़ा भला कौन तपस्वी होगा, बेटियों का जन्म होना सौभाग्य क्या काम होगा ।। ©ek anjan lekhak #ਬੇਟੀ #ekanjanlekhak #poem #daughter #beti #Betiyan #Love #dadsangel #Angel #princess