फिरसे चुनाव का मौसम है, फिरसे मतदान की बारी है, नागों को गिरगिट के रंग में, घर आने की तैयारी है। भूखे नंगे तन के मुख की, अब चीखें फिरसे प्यारी है, ज़रा देख भाल के चलना जी, हर ओर सियासत जारी है, Indian Politics #Politics