हर सुबह को जिसने नई सुबह की तरह संवारा है, वो गरीब पहले वक्त से फिर रातों से हारा हैं, यकीन न हों तो पूछ लो नींदें गवारा है, की गरीब की किस्मत तो जैसे ध्रुव तारा है, यहां घर जिंदा रखने के लिए गरीब ने खुद को भी मारा है, और देश का हर चैनल चिल्ला रहा है की इस देश का बस अमीर बेचारा है, गरीब मर रहा है भूख से भाग्य से और प्यास से कोई ये नही बता रहा है, बता रहा है तो बस ये झूठ की अमीर को गरीब सता रहा है, सच ये है साहब सरकार तो बस नाम की है गरीब घर का बस गरीब ही सहारा है...! BY - V¥ "R∆M∆" ©VYRaMa gareeb Ghar ka bus gareeb hi sahara hai By - V¥ "R∆M∆" #Struggle #amir #gareeb #Desh #newschannels #Gareebi #poor #ghar #sarakar #MyPenStory