तन्हाई मुझें भाती रही, दूर जिंदगी जाती रही। शोके तन्हाई लगा हमें ये दर्द साँसे खाती रही। क्याथा वो शख्स मेरे लिए गवाहियाँ झूठी जाती रही। वो छोड़ कर गया गोया मोहब्बत मात खाती रही। रूह दम तोड़ चुकी माही साँसे देह में आती रही। ©Mahi #मेरी_तन्हाई