सागर की लहरो सी है ज़िंदगी किनारे की ख़्वाहिश भी है... आ जाना छु कर वापस उसे कुछ ऐसी फरमाइश भी है... चाँद से छुपी मोहब्बत की दिल में गुज़ारिश भी है... कश्तियों को अंदर समाने की मन मे साज़िश भी है... #oceanofthoughts