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कोई पत्थर फेक रहा था कोई tire जला रहा था, कोई पुलि

कोई पत्थर फेक रहा था कोई tire
जला रहा था, कोई पुलिस से पिट रहा था
 कोई पुलिस पर छुपके से वार कर रहा था
सरकारी गाड़ी के शीशे कोई तोड़ रहा था
बस मे आग लगा रहा शख्श नारे बाजी कर
लोगो को भड़का रहा था क्या मिलता हैं ये
 सब कर के, जान माल का नुक्सान, आम
आदमी ही मू की खां रहा, नेता vote उड़ा रहा,
ये भारत देखो शर्म से मू छुपा रहा, ये क्या
हमारा देश आजाद हुआ, हर यूवा भटका जा
रहा!!!

©पूजा उदेशी
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#POOJAUDESHI