*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“11/2/2022”*📚 🖋️*“शुक्रवार”* 🌟 हम “आनंद” पाने के लिए “प्रेम” करते है, “माता-पिता” से,“भाई-बहन” से, “परिवार वालों से”,“प्रेमिका” से, हम चाहते है सब “अपने बनकर” रहे,हमारे “पास” रहें, किंतु “मनुष्य” की एक “प्रवृत्ति” है कि वो जो “प्राप्त” कर लेता है उसका “मूल्य” वो “समझ” नहीं पाता, यदि आपके “घर” के पास कोई “मीठा सरोवर” है या कोई “सुंदर सी नदी” है, आपको “जल का महत्व” क्या है ? यह आपको “ज्ञात” नहीं होगा आप वहीं “रेतीले मरूस्थल” में चले जाइए आपको “अनुभव” होगा कि एक “एक बूंद” का “महत्व” क्या है और उसका “मूल्य” क्या है ? “सुख के क्षणों” में अपनों को “स्मरण” करोगे तो “दुःख के क्षण” अपने आप “दूर” चले जाएंगे, “प्रेम करना” और “साथ” में “स्मरण करना” यहीं तो “जीवन” और “प्रेम का वास्तविक” मूल्य है, *“अतुल शर्मा”*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“11/2/2022”*📚 🖋️ *“शुक्रवार”* 🌟 #“आनंद” #“प्रेम”