ये मेरी काली आंखें और ये मेरे गाल, जिसको देख के लोग करते है इतना बवाल, हाँ मैं वही हुँ जिसकी देखी जाती है चाल, और लड़के अक्सर प्यार से बुलाते है मुझको माल, मेरे ही अंगों पे बनते है लाखो सवाल, मेरी उम्र के पीछे नहीं लगते साल, गालियां भी मुझपे बानी है बेमिसाल, हाँ मैं वही हुँ जिसके पैरो मे ठोके जाते है नाल, देखते हो मुझको मानो हो तुम कोई दलाल, फर्क नहीं पड़ता आम आदमी या कोतवाल, आंखों से ही अपने नोंच देते हो मेरी खाल, हाँ मैं वही हुँ जिसके खून का रंग भी है लाल, कपड़े मेरे बहुत सारे धर्म मेरा कोई नहीं, भक्षक मेरे बहुत यहाँ रक्षक मेरा कोई नहीं, जाऊं किस गली मे के ये आँखे मुझको देखे नहीं, कदम खुद बढे मेरे कोई इन्हे बढ़ाये नहीं || #stereotypes #girls #badthinking #society Neeraj Bakle (neer✍🏻) Ritika suryavanshi