निमकौरी गिर रही थी,जब वो सताकर चले गए। बुला रहे थे हम हक से, वो बड़बड़कर चले गए।। #स्वरचित © #शून्य #नीम #शख्सियत #कुछलोग #दोस्ती #YourQuoteAndMine Collaborating with अविनाश पाल "शून्य"