पता नही क्यों अब हक से तुम्हें याद भी नहीं कर पाती हूं मैं, जाने क्यों तुमसे दूर जा रही हूं ये महसूस करने लग जाती हूं मैं, शायद तकदीर यही चाहती है, तुमसे दूर रहना तो आता है, बस दिल से दूर तुमसे हो जाना ये मुश्किल हो जाता है, तुम्हारा खयाल मुझे हर वक्त सताता है, पर पता नही क्यों अब तुम्हें याद करना भी नही हो पाता है, लगता है मेरा हक भी है जब भी दिल तुम्हें याद करने लग जाता है.... बस ऐसे ही Good night🙂 #mywritingmywords #mywritingmythoughts #पता_नहीं #love