वो घर को संवारती है पर वो भी घर बनाता है वो रोनक है घर की लेकिन उसकी रोनक उसी से है वो आत्मा है घर की पर वो शरीर भी तो है दोनों अधूरे है इसलिए जो देश है पुरुष प्रधान नहीं पुरुस्त्री देश होना चाहिए ©Pooja Bansal mens #internationalmensday