बापू, मुझे भगत बन जाने दो प्रिय बापू , आपको जन्मदिन की शुभकामनाएँ! १५०वी जयंती है आपकी और १५० से भी ज़्यादा बातें बदल गईं हैं यहाँ। आपने जो लाठी उठायी थी; देश के हित में, अब उसी लाठी का इस्तेमाल अहित में ज़्यादा होता दिख रहा है | आपकी ही तस्वीर के नीचे आपकी तस्वीर लगी नोटों की तस्करी हो रही है, शायद कमी रह गयी कहीं न कहीं अंग्रेज़ो को तो देश से भगा दिया लेकिन शायद उनकी सोच उनकी लाई गयी मानसिक गुलामी से आज़ाद नहीं करा पाए आप।