हाल-ऐ-दिल बयाँ करती है ये आंखे तुम इनमे मोहब्बत का पैगाम न ढूंढो किसी की उल्फतों से भीगीं है ये पलकें तुम इसमें ठहरा हुआ कोई शख्श ना ढूंढो #nojoto #books #kavishala #poetry