प्यार करो तो शिव की तरह , शती की बिरह मे संसार को छोड़ दिया, प्यार करो तो पार्वती की तरह , जिन्होंने शिव को पाने के लिये , कई वर्षो तक तापश्या की , जिन्होंने केवल बेल पत्र खा कर , अपना जीवन शिव को समर्पित किया, भगवान भी प्रेम पाश से नहीं बचें, हम तो मनुष्य हैं , संभव ही नहीं हैं, हाँ ये सत्य हैं पवित्रा नहीं हैं , लेकिन ये भी सत्य हैं प्रेम अमर हैं, कभी नहीं मरता, न कभी मरेगा, जितना गहरा होगा उतना ही , आगे बढ़ेगे कमी नहीं होंगी कभी , आप जिससे भी प्रेम करो जिसे आप, खुशी दे सको, जिसे हर तकलीफ से बचा कर रखो , जिसे जीवन की हर खुशी मिले और, शिव और पार्वती की तरह हमेशा साथ रहो, साथ रहने का अर्थ ये नहीं साथ जियो साथ रहने का अर्थ हैं , हमेशा एक को ही अपने जीवन में वो स्थान दो जिसे आप कभी खोना नहीं चाहते ©Samartha #Samartha_thoughts #my❤️ #mahashivratri