कोई ख़ुशी तो कोई गम लिखतें है , कोई गम तो कोई गम का दवा लिखतें है, हम तो ठहरे परदेशी यहाँ.. इसीलिए, ज्यादा तो नही बस थोड़ा कम लिखते है..!!