मैं बिखर जाऊँ या टूट जाऊँ, किस हद तक मैं तुम्हें चाहूँ रक़ीब हो या हो रहनुमा मेरे, कैसे तुमको मैं अपना बनाऊँ #dard #चाहत #अल्फाज_ए_कृष्णा #रकीब #रहनुमा #yqdidi #कोराकाग़ज़ रक़ीब:_ प्रेमिका का दूसरा प्रेमी