Nojoto: Largest Storytelling Platform

मय की मधुशाला में मदमस्त दीवाना आया है, बज्म-ए-सुर

मय की मधुशाला में मदमस्त दीवाना आया है,
बज्म-ए-सुरा में वो आज खाली पैमाना लाया है,

वाह रे!साकिया बाकमाल क्या जाम पिलाया है,
मदहोश हो आज मेरा रश्क़-ए-क़मर नज़र आया है,

दिल-ए-मुराद अब पूरी हो गई कुछ रहा न बाकी,
 मयकशी में भी ए ख़ुदा हुस्न-ए-दीदार करवाया है,

बस अब जीने की तमन्ना मानो ख़त्म सी हो गई है,
देखो आज मेरी मौत का साज़ो-ए-सामान आया है,

एक दीदार को प्यासा था जो मोहब्बत मुझसे रूठी थी,
आज वो क़ब्र पर मेरी महक-ए- गुल-ए-चादर लाया है।।
 "अजीज/प्रिय"  "कातिबों/लेखकों"

👉आज की बज़्म/प्रतियोगिता के लिए आज का हमारा अल्फ़ाज़/शब्द है
👇👇👇
🌻"क़मर/قمر"🌻
🌸"Qamar"🌸

👉तहरीर/मतलब- चाँद
मय की मधुशाला में मदमस्त दीवाना आया है,
बज्म-ए-सुरा में वो आज खाली पैमाना लाया है,

वाह रे!साकिया बाकमाल क्या जाम पिलाया है,
मदहोश हो आज मेरा रश्क़-ए-क़मर नज़र आया है,

दिल-ए-मुराद अब पूरी हो गई कुछ रहा न बाकी,
 मयकशी में भी ए ख़ुदा हुस्न-ए-दीदार करवाया है,

बस अब जीने की तमन्ना मानो ख़त्म सी हो गई है,
देखो आज मेरी मौत का साज़ो-ए-सामान आया है,

एक दीदार को प्यासा था जो मोहब्बत मुझसे रूठी थी,
आज वो क़ब्र पर मेरी महक-ए- गुल-ए-चादर लाया है।।
 "अजीज/प्रिय"  "कातिबों/लेखकों"

👉आज की बज़्म/प्रतियोगिता के लिए आज का हमारा अल्फ़ाज़/शब्द है
👇👇👇
🌻"क़मर/قمر"🌻
🌸"Qamar"🌸

👉तहरीर/मतलब- चाँद