🌹🌹🌹 इंसान वक्त की गुलामी का वह परिंदा है जो लाख कोशिशों के बाद भी वक्त से आगे नहीं निकल पाता। यही वक्त की नियति है कि आज तक उसे कोई नहीं समझ सका। 🌹🌹🌹 ©Ganesh Din Pal #वक्त की जेल