Nojoto: Largest Storytelling Platform

ये आंखें बरसती बरसती रही उसकी एक दिदार को तरसती तर

ये आंखें बरसती बरसती रही
उसकी एक दिदार को तरसती तरसती रही
वो आए तो सही मिलने को पर आए तो आए ऐसे
सावन और पतझड़ जैसे।

©untoldstoryy1
  #तुम_और_बातें