आईने ने आज आवाज लगाई और पुछा कैसे हो हमने कहा बडी़या है। वो मुस्कुराया और आगे बढा़ मिलते नही हो आजकल हमसे हम भी मुस्कुरा दिए वक्त ही नही मिलता कह जैसे मुडे़ तो आईने ने कहाँ हमसे आँखे चुरा रहे हो सच कहा तुमने तुम्हे वक्त ही नही तुम्हारे अजीज से मिलने का तुम्हारे मुस्कान के पीछे का दर्द भला हमसे बेहतर कौन जानता है तुम्हारे आँखोको हमसे बेहतर कौन पढ़ सकता है खुश हो तुम ऐ झूठ हमसे तो मत बोलो हम तुम्हारे तकलीफो को तुम्हारे सामने रख देगे ऐ सोच हमसे यूँ आँखे ना चुराओ। सच्चाई से मत भागो तुम आओ हमसे मिल तो लो दो बाते तो करो तुम्हारे गमो की दुर कर देंगे हम आज तुम्हारी एक सच्चे दोस्त से भेट करा देगे हम ©shital sharma #Mirror #Life #Self