Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम तुम्हारी आँखें तुम्हारा तिल... फिर तुम्हारा

तुम 
तुम्हारी आँखें
तुम्हारा तिल...

फिर
तुम्हारा तिल
तुम्हारी आँखें
और तुम्हारा भाल...

और 
फिर से तुम
और तुम्हारा रचाया 
ये सतत चक्र...

बस यहीं तक 
सीमित रह जाता है  
मेरा विश्व-भूगोल ज्ञान... प्रेम यशोदा के कृष्ण-मुख में संपूर्ण संसार दर्शन सा है जिसके दर्शन करने के बाद संसार में कुछ और देखने योग्य सा रह नहीं जाता है...

भाल = Forehead         भूगोल = Geography
सतत = Continuous     चक्र = Cycle

Pic Credit : Pinterest

#deepakkanoujia #pradhunik #modishtro
तुम 
तुम्हारी आँखें
तुम्हारा तिल...

फिर
तुम्हारा तिल
तुम्हारी आँखें
और तुम्हारा भाल...

और 
फिर से तुम
और तुम्हारा रचाया 
ये सतत चक्र...

बस यहीं तक 
सीमित रह जाता है  
मेरा विश्व-भूगोल ज्ञान... प्रेम यशोदा के कृष्ण-मुख में संपूर्ण संसार दर्शन सा है जिसके दर्शन करने के बाद संसार में कुछ और देखने योग्य सा रह नहीं जाता है...

भाल = Forehead         भूगोल = Geography
सतत = Continuous     चक्र = Cycle

Pic Credit : Pinterest

#deepakkanoujia #pradhunik #modishtro