खेतों को अलग करने वाली पगडंडी को अगर हटा दिया जाए, तो वहां दो खेत एक हो जाते हैं... नहीं रह जाती कोई सीमा अब उन खेतों के दरमियां जो कर दे, उन्हें फिर से अलग... ठीक इसी तरह ही प्रेम की नदी में