सच भरम की दूनिया जीता जाये मन जीवन भर सच की दूनिया मे फिर आता ये मन । कहते हैं लोग श्मशान इसको मगर हम कहते हैं आत्मबोध का घर इस को समझ गया यदि समय रहते हर मन इसको बदल जायेगा तब ये युग समझो । #सपना और सच#