मैं देखता रहा उसे वो कुछ बोला भी नहीं। मैं बोला मैं नहीं आऊंगा लौट कर दिल इस बार वह खोला भी नहीं। मैं जाने लगा पलट कर यह सोच कर कि वह हाथ मेरा थाम लेगा। उस मोड़ पर पहुंचने पर वह नाम मेरा पुकार लेगा। मुझे खोने वो रोया भी नहीं। मैं जा रहा था छोड़ कर उसने मुझे रोका भी नहीं। इतना भी नहीं किया बिछड़ने वालों ने कि एक दूसरे के पाँव में अपनी आवाज़ की ज़ंजीर ही डाल देते। #रोकानहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi