सूरजमुखी सी हो सुबह की रंगत, रातों की रानी सी शाम ख़ुशबू गुलाबों की बिखरे सबा में उतरे फ़लक मेरे बाम होता है मंज़र यूँ मेरी ग़ज़ल का आये तेरा जब पयाम हर लफ्ज़ में बिखरे शीरीं तरन्नुम जब मैं लिखूं तेरा नाम #अंजलिउवाच #सुबह #शाम #YQdidi #पयाम #बाम #शाम