महाष्टमी की रात है आई, महागौरी मईया तेरी चौकी लगाई, तू ही नवदुर्गास्वरूपा,तू ही महाकाली,तू ही जगजननी महामाई, 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 सुंदर गौर वर्ण हैं,श्वेताम्बर चार भुजाधारी हस्त तेरे त्रिशूल विराजे, कंद,पुष्प,शंख उपमा कहलाये,सुंदर साज श्रृंगार,आभूषण साजे, 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 हरिद्वार निकट हे माँ तेरा वासा , तुम से ही जग की अभिलाषा, सौम्य, सहज,शांत स्वभाव, तुम ही हो महादेव की प्रेम परिभाषा, 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 पतिव्रता,सतीव्रता जगकल्यानी तुम ही हो माँ गजाननः की माता, सिद्ध करो काज,संकट मिटाओ,तुम से ही सब सुख सम्पति आता। 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 माँ आजा हो सिंह पर सवार,सच्चे मन से सजाया हैं तेरा दरबार, मनोइच्छा पूर्ण करती हर बार,सब भक्तों पर बरसाती तुम प्यार। 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 🌹नमस्ते लेखकों🙏🏼 🌺कोलैब करने से पहले 📌पिन पोस्ट अवश्य पढ़ लें। 🌺 आप सभी दिए गए विषय पर 6 - 8 पंक्तियों में अपनी रचना पूरी करें। 🌺पोस्ट को हाईलाइट करना ना भूलें।