बे वक्त हुआ इश्क और अाई मजबूरी क्या किसी इंतकाम में हूं इस दुनिया की इतनी भीड़ में रहकर भी लगता है जैसे मैं अकेला ही कब्रिस्तान में हूं #kasim raza