ज़िन्दगी तुझसे मेरा हिसाब इतना है, मोहब्बत के भी अलावा जिन्दगी में बवाल कितना है, यूं ही कर रख है मोहब्बत को बदनाम इस ज़माने ने, जिन्होंने की ही नहीं मोहब्बत वो भी लिखते कमाल कितना है। #pakhi