वो ऊँगली मैं ढूंढ रहा हु जिसे पकड़ बचपन में चलता था जीवन की टेढ़ी राहों पर कभी गिरता कभी संभालता था वो कंधे की सवारी वो साइकिल से गिर जाना गिरने पर मुझे उठाना फिर सीने से लगाना जब भी उदास मैं आता कोई सीने से लगाता जब माँ डाँटती मुझको कोई पीछे से हँसाता वो छाया जो सर पर थी जब भी मैं धुप में चलता था वो ऊँगली मैं ढूंढ रहा हूँ जिसे पकड़ बचपन में चलता था Image source - google #YQbaba #YQdidi #YQbhaijaan #hindi #poem #thoughts #ungli #bachpan #chalna #girna #sambhalna #pita #love #Cycle #sawari #abhi