एक सुत्र में जो पिरोता है सभी को एकता की ताकत देता है सभी को भारत का सविधान वो मंत्र महान है गणतंत्र ही देश शान्ति समाधान है कई कुर्बानी के बाद मिली आज़ादी थी इसको अब न फिर से जाने देनी थी विधि के विधान का मजहब हम जाने देश का सविधान मिलकर हम माने एकदूजे का थाम हाथ कुछ कर जाना है भारत को जगतगुरु फिर से बनाना है हर घात को रोकता है सविधान हमारा कल से लेकर आज तक अभिमान हमारा आओ सब मिल ले प्रतिज्ञा गणतंत्र की एक रहेंगे न करेगे अवज्ञा गणतंत्र की इसी से स्वतंत्रता का अधिकार मिला है एकसूत्र में बंध कर इतना प्यार मिला है ध्वज तिरंगा हमारी आन बान शान है भारत माँ के पुत्र ही उसका अभिमान है अधिकार मिले तो कर्तव्य भी सब याद रखे गणतंत्र है अपने सविधान का मान रखे एक सुत्र में जो पिरोता है सभी को एकता की ताकत देता है सभी को भारत का सविधान वो मंत्र महान है गणतंत्र ही देश शान्ति समाधान है कुंवर सुरेन्द्र ........................... गणतंत्र कर रहा पुकार है आओ हम तिरंगे के रंगों को यो नही बटने देगे गणतंत्र पर यह शपथ कि अपने देश को फिर से नही बटने देंगे। एकता के सुर सन्देश के साथ सभी भारतवासियों को कुंवरसुरेन्द्र की तरफ से गणतंत्र की सुर शुभकामनाये ....वन्देमातरम🇮🇳 #happy_republic_day#kunwarsurendra#india#nationalday#26january#bharaat#poetry#poem#gantantra Puja Kumari✍️