पास आकर भी हम खामोश रहे, एक दूसरे को देखा मगर दो शब्द भी न कहे। हमारे पास बातें तो थी,एक दूसरे से बहुत कहने के लिए, कि हम मिले बिना इतने दिनों तक कैसे जिये। मिलते ही वक्त गया था थम, खामोश रहे पास आकर भी हम। ©Shashank Singh Kushwaha #खामोश #शshank #Sksingh #इतने #दिनों #notojo #Poetry #SAD Suman Zaniyan