किस बात की उलझन थी जो मुझसे उखड़ी उखड़ी रहती थी कुछ नहीं कहती थी बस चुप चाप देखती रहती थी उन झुकी नजरों से जाने क्या क्या कहना चाहती थी मोहब्बत का इजहार या नफरत का इकरार करना चाहती थी ##Varat