आजादी में रंग भरने को चला एक वो टोला रंग दिया माँ ने ही हाथों से उनका बसंती चोला दाग गुलामी के धोने को फिर बच्चा बच्चा बोला माँ मेरा भी रंग दे॰॰॰बसंती चोला आज रंग दे भगत, राज, सुखदेव के जैसे बाबा फंदे बुन दे इंकलाब की हो भाषा चाहे कोई दीवारों में चुन दे माँ मेरा भी रंग दे बसंती चोला आज रंग दे मेरा रंग दे बसंती चोला