ये रक्त है बलिदानीयों का अपना रंग दिखाएगा तु बस आगे बढ़ता चल देख लेना इंकलाब आएगा मंजर तुं देख लेना अपने हुक्मरानों का तुम कितना भी चिल्लाओ आवाज तुम्हारी फट जायेगी रह जाएगी दलाली तेरी जो सत्ता की करती है रखवाली तु बस आगे बढ़ता चल देख लेना इंकलाब आएगा तुम क्या बिगाड़ोगे उस माता का जिसका हर खून बलिदानी है घर परिवार तुम क्या जानो वो विदेश से भी आकर एक घर बनाया है ठोकरें बहुत खाये मगर खुद को सम्भाला है अपने बच्चों को देख देख कर पूरा जीवन बिताया है । तु बस आगे बढ़ता चल देख लेना इंकलाब आएगा तु बस आगे बढ़ता चल देख लेना इंकलाब आएगा । #संजीव