न जाने कब से, कितने सालो से ऐसे ही खड़ा है ये, किसी को छाव देता, किसी को हवाएं देता ये, गर्मी के मौसम में राहत है, न जाने कितनो के सकून की तलाश है। फिर भी अपने लोभ के लिए हम इसको उजाड देते है और फिर छावं की तलाश करते है।। ए-इसांन, सुन अब भी सुधर जा एक पेड़ काट रहा है, तो दो पेड़ भी लगा। मै हूं____तो तू भी है इस बात को समझ जा।🌱🌱 ©___akankshas__ #envoirment #tree #Nature #naturephotography #Nojoto #nojotoLove #nojotopoetry #notojowriter #newplace