बंजारापन जो जाता नहीं मेरी बातों से, इक टीस लिए फिरते हैं अल्फ़ाज मेरे मारे-मारे, ख़्वाहिश बस यही है कि मिल जाऐं वो साँसें दो, जो थाम लें इन झिझके,बिखरे एहसासों को... Pc-Pinterest #banjarapan #baatein #tees #saansein #jhijak #khawish