Nojoto: Largest Storytelling Platform

सावन मास भिजेला मोरा साड़ी बलम बा अनाड़ी ए हरि । ब

सावन मास भिजेला मोरा साड़ी
बलम बा अनाड़ी ए हरि ।
बलम बा अनाड़ी ए हरि -२
देहिया भइल जात बाटे अब भारी
बलम बा अनाड़ी ए हरि ।।

पिपरा के पतिया प चिठ्ठिया लिखवनी रामा 
अपना बलम जी के घरवा बोलवनी रामा 
पतिया बांचतs दिहले ओहके फारी 
बलम बा अनाड़ी ए हरि।/३
सावन मास भिजेला मोरा साड़ी
बलम बा अनाड़ी ए हरि।।१।।

ताना मारे ननदी गोतीनिया के बानी रामा
देखीं रउआ धई लिहीं गाड़ी राजधानी रामा
आमा जी दे ली हs फजीरे दुगो गारी 
बलम बा अनाड़ी ए हरि।/३
सावन मास भिजेला मोरा साड़ी
बलम बा अनाड़ी ए हरि।।२।।

सरगम शैलेन्दर काहें निर्मोही भइल रामा
कवनो सवतिया प लागता लोभइल रामा 
आव ना त परती रही खेती बारी 
बलम बा अनाड़ी ए हरि।/३
सावन मास भिजेला मोरा साड़ी
बलम बा अनाड़ी ए हरि।।३।।

शैलेंद्र सरगम

©Dr.Shailendra sargam #गीत
सावन मास भिजेला मोरा साड़ी
बलम बा अनाड़ी ए हरि ।
बलम बा अनाड़ी ए हरि -२
देहिया भइल जात बाटे अब भारी
बलम बा अनाड़ी ए हरि ।।

पिपरा के पतिया प चिठ्ठिया लिखवनी रामा 
अपना बलम जी के घरवा बोलवनी रामा 
पतिया बांचतs दिहले ओहके फारी 
बलम बा अनाड़ी ए हरि।/३
सावन मास भिजेला मोरा साड़ी
बलम बा अनाड़ी ए हरि।।१।।

ताना मारे ननदी गोतीनिया के बानी रामा
देखीं रउआ धई लिहीं गाड़ी राजधानी रामा
आमा जी दे ली हs फजीरे दुगो गारी 
बलम बा अनाड़ी ए हरि।/३
सावन मास भिजेला मोरा साड़ी
बलम बा अनाड़ी ए हरि।।२।।

सरगम शैलेन्दर काहें निर्मोही भइल रामा
कवनो सवतिया प लागता लोभइल रामा 
आव ना त परती रही खेती बारी 
बलम बा अनाड़ी ए हरि।/३
सावन मास भिजेला मोरा साड़ी
बलम बा अनाड़ी ए हरि।।३।।

शैलेंद्र सरगम

©Dr.Shailendra sargam #गीत