ज़रा संभल के जनाब । मैं वाकिफ़ हूँ, इन इश्क़ के लहरों से । यें कई बार डूबाती हैं, किनारे तक पहुंचाते-पहुंचाते ।। - Ajay Gilhare अजीब हैं, यें इश्क़ की लहरें । बार-बार डूबाती हैं, यें संभलने से पहलें ।। #Nojoto #Nojotonews #Nojotohindi #Dilkibatain #hindiwriters #writersworld #Ajaygilhare