किनारों के सहारे चल रहा हूं, लहरों से जरा दर कर ही रह रहा हूं तूफान आंधी से भी बचाता फिर रहा हूं इसके तूफान अंदर दबाए भटक रहा हूं। _सुयश #WorldEnvironmentDay #sjdiary