याद है तुझे, वो गुलाब, हाँ वही.... जो तेरी ज़ुल्फ़ों में सज के, तेरे नूर से रोशन हो गया था... जो तेरे नर्म लबों से छू के, अपनी रंगत पे शर्माने लगा था... वही, जो तेरी साँसों से जुड़ से महकने लगा था, वैसे ही, जैसे मैं महकने लगा था तुझसे जुड़ के... वही, जिसे बरसों तूने अपनी किताबों में छुपा के रखा था वैसे ही, जैसे मेरी यादें छुपा रखी थी तूने सीने में... हंसते हुए जिसे आवारा करार दिया था तूने, जैसे मेरी हर शरारत पर मुझे कहा करती थी... वो मुरझा गया है शायद, तेरे और मेरे रिश्ते की तरह... #rose #deewanatera #broken