छोड़ कदमों के निशा कुछ, चल रहा राही अकेला, है सफ़र मुश्किल बड़ा पर, है मांगती संघर्ष बेला, लड़ सका है जो यहाँ पर, जीत भी उसकी दास है , टूटे मन से ज़िंदगी केवल, है दुःखों का कुम्भ मेला..!! #yqbaba #yqdidi #lifequotes #strugglinglife #strugglequotes #mylifestory