पंच-तत्व काया बनी,पानी है आधार। बिन पानी जीवन कहाँ,जल बिन हाहाकार। बिन पानी काया नहीं, पानी इसे बचाय। पानी से काया बनी,पानी बिन बह जाय।। उनका दुःख पहचानिए,तरस रहे इक बूँद। जल को सब रखिये बचा,रहें न आँखें मूँद।। #सुनीता बिश्नोलिया #पानी #पानी #nojoto #nojoto #hindi