धीरे धीरे वो मेरे दिल की धड़कन में कुछ इस तरह बस गई, जहां पर मैं ढूंढ रहा था खुद को अपने ही भीतर, वो रातों रात ही मेरी जिंदगी के खूबसूरत से लम्हों में समा गई, जब सुबह आंख खुली जरा धीरे से, तब मैं जागा नींद से, फिर जरा धीरे से, मुझे पता चला कि, मिल रहा था जिसे मैं सपनों में, हकीकत में तो वो ही मेरी मंजिल बन गई..!! धीरे धीरे से ,वो मेरी नही मैं पूरा उसी का हो गया..!!! ©Bablu Sahu #Tere_Bin #तेरी_तस्वीर #Nojoto #दिल #मेरे_अल्फाज #दिल_की_बात